श्रवण नक्षत्र (Shravana Nakshatra) भारतीय ज्योतिष के 27 नक्षत्रों में से एक है, और यह मकर राशि में स्थित है। यह नक्षत्र संचारक, ज्ञानप्रद, और संचार में निपुण होता है। श्रवण नक्षत्र का प्रतीक “तीन पैरों वाला पैरों वाला चंद्रमा” (three footprints) या “हिमालय पर्वत” होता है, जो उसे ज्ञान, शिक्षा, और बौद्धिकता से जोड़ता है।
श्रवण नक्षत्र की विशेषताएँ:
गुण:
- श्रवण नक्षत्र से जुड़ा व्यक्ति आमतौर पर समझदार, विचारशील, और संकोची होता है।
- यह नक्षत्र शिक्षाविदों और बौद्धिक कार्यों से जुड़ा है।
स्वभाव:
- श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोग अक्सर बहुत ही शांतिपूर्ण और संतुलित होते हैं।
- वे अच्छी सुनने की क्षमता रखते हैं और हमेशा दूसरों की बातों को समझने की कोशिश करते हैं।
- इनका स्वभाव सहायक और सहानुभूति से भरा हुआ होता है।
सकारात्मक प्रभाव:
- श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोग अच्छा सुनने और समझने की शक्ति रखते हैं, जो उन्हें दूसरों के साथ अच्छे संबंध बनाने में मदद करती है।
- ये लोग बौद्धिक क्षेत्र में प्रगति करने की क्षमता रखते हैं और किसी भी कार्य को योजनाबद्ध तरीके से करने में सक्षम होते हैं।
- यह नक्षत्र एक अच्छे मार्गदर्शक, शिक्षक, और सलाहकार बनने के लिए अच्छा है।
दुष्प्रभाव:
- कभी-कभी, श्रवण नक्षत्र में जन्मे लोग अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में संकोच कर सकते हैं।
- इनके अंदर थोड़ा अहंकार भी हो सकता है, जो अन्य लोगों के साथ संघर्ष की स्थिति पैदा कर सकता है।
संबंध और विवाह:
- यह नक्षत्र जीवनसाथी और संबंधों में समर्पण और विश्वास की भावनाओं को प्रोत्साहित करता है।
- ये लोग अच्छे और स्थिर रिश्ते बनाने की कोशिश करते हैं।
श्रवण नक्षत्र का देवता और संबंधित गुण:
- देवता: विष्णु भगवान
- सकारात्मक गुण: श्रद्धा, विश्वास, समर्पण, ज्ञान, और शांति।
श्रवण नक्षत्र से जुड़ा व्यक्ति अक्सर ध्यान, साधना, और चिंतन में रुचि रखता है और अपने जीवन में सत्य की खोज करता है।
